प्रधानमंत्री ने महाबलीपुरम के समुद्र तट पर की फ्लोगिंग,देशवासियों से की सार्वजनिक स्थानों को साफ रखने अपील

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाबलीपुरम के समुद्र तट पर करीब 30 मिनट जॉगिंग की और इस दौरान उन्होंने समुद्र तट की सफाई की और कचरा उठाया। प्रधानमंत्री ने लोगों से सार्वजनिक स्थानों को साफ रखने की अपील भी की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तमिलनाडु के महाबलीपुरम में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात के लिए पहुंचे हैं।

प्रधानमंत्री ने महाबलीपुरम के समुद्र तट पर की फ्लोगिंग,देशवासियों से की सार्वजनिक स्थानों को साफ रखने अपील
PIC of PM Narendra Modi Picking Garbage On Beach of Mahabalipuram
प्रधानमंत्री ने महाबलीपुरम के समुद्र तट पर की फ्लोगिंग,देशवासियों से की सार्वजनिक स्थानों को साफ रखने अपील

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जहां भी होते हैं,साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखते हैं। प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत अभियान को अमलीजामा पहनाने में दिन-रात जुटे रहते हैं। शनिवार को भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला,जब प्रधानमंत्री महाबलीपुरम के समुद्र तट पर करीब 30 मिनट जॉगिंग की और इस दौरान उन्होंने समुद्र तट की सफाई की और कचरा उठाया। प्रधानमंत्री ने लोगों से सार्वजनिक स्थानों को साफ रखने की अपील भी की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तमिलनाडु के महाबलीपुरम में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात के लिए पहुंचे हैं।

दरअसल, जॉगिंग करते हुए कचरा उठाने को प्लॉगिंग कहा जाता है। प्रधानमंत्री ने इस अभियान का जिक्र 29 सितंबर को मन की बात कार्यक्रम में किया था।  मन की बात में उन्होंने बताया था कि देश के एक नौजवान रिपुदमन बेल्वी अनोखा प्रयास कर रहे हैं। वे प्लोगिंग (दौड़ते हुए कचरा उठाना) करते हैं। पहली बार जब उन्होंने प्लॉगिंग शब्द सुना तो यह उनके लिए भी नया था। रिपुदमन ने इसे बहुत प्रचारित किया है।

वास्तव में हमारा देश स्वच्छ हो, देशवासी स्वस्थ हों, इसी के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान का आगाज किया है। स्वच्छ भारत अभियान का देशभर में व्यापक असर देखने को मिल रहा है। हर धर्म, हर वर्ग, हर तबके और हर समुदाय के लोगों ने स्वच्छ भारत अभियान को हाथों-हांथ लिया है। ऐसा भला हो भी क्यों नहीं, जब देश के प्रधानमंत्री खुद कूड़ा बिनने में कोई गुरेज नहीं करते हो,जहां भी कूड़ा देखते हैं,उसे उठा लेते हैं, तो भला देश की जनता उनके इस नेक कार्य में सहयोग क्यों नहीं करे।