पहले चरण की विधानसभा सीट की जनता से पीएम नरेंद्र मोदी ने मांगी माफी, जानें पूरा मामला

यूपी में प्रधानमंत्री मोदी का भाषण तब हो रहा था जब यूपी के 11 जनपदों में वोटिंग की जा रही है. उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों का समय से जो भुगतान करे उसे ही वोट दीजिए. उन्होंने विरोधी दलों के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा, ‘ये कभी भी विकास का कोई काम नहीं कर सकते. इनकी भावना ही नहीं हैं.’

पहले चरण की विधानसभा सीट की जनता से पीएम नरेंद्र मोदी ने मांगी माफी, जानें पूरा मामला
पीएम नरेंद्र मोदी

Lucknow News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के पहले चरण में हो रहे मतदान वाले निर्वाचन क्षेत्रों की जनता से माफी मांगी. गुरुवार को जब यूपी 11 जनपदों की 58 विधानसभा सीट पर मतदान हो रहा था तब पीएम नरेंद्र मोदी सहारनपुर में जनसभा को संबोधित कर रहे थे. इसी बीच उन्होंने जनता से माफी मांगी.

यूपी में एक ओर 11 जनपदों में पहले चरण का मतदान हो रहा है. वहीं, दूसरी ओर सहारनपुर में पीएम नरेंद्र मोदी जनसभा को संबोधित कर रहे हैं. उन्होंने जनता से पूछा कि बताइए, यूपी में कानून का डंडा चलना चलना चाहिए या नहीं? वहीं, उन्होंने लोगों से महिला सुरक्षा और गन्ना किसानों के भुगतान को ध्यान में रखते हुए मतदान करने के लिए जोर दिया.

'आप उनके झांसे में मत आइएगा'

पीएम नरेंद्र मोदी ने लोगों को संदेश दिया कि कुछ घोर परिवारवादी और झूठे समाजवादी टाइप के लोग आप सबसे वोट मांग रहे हैं. मगर आप उनके झांसे में मत आइएगा. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, 'इन्होंने सहारनपुर के लिए कुछ नहीं किया. भाजपा सरकार ने गन्ना किसानों की मेहनत को समझा. उनका समय पर भुगतान किया.' उन्होंने सहारनपुर की जनता से वोट मांगते हुए कहा कि जो बेटियों को सुरक्षा दे उसी को वोट दें. पीएम ने दावा करते हुए कहा कि यूपी में पहले कभी इतना काम नहीं हुआ जितना हाल की डबल इंजन की सरकार में किया गया है.

 

'चोरी-डकैती के कामों पर अलीगढ़ का ताला लगा'

बड़ी बात तो यह है कि यूपी में प्रधानमंत्री मोदी का भाषण तब हो रहा है जब यूपी के 11 जनपदों में वोटिंग की जा रही है. उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों का समय से जो भुगतान करे उसे ही वोट दीजिए. उन्होंने विरोधी दलों के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा, ‘ये कभी भी विकास का कोई काम नहीं कर सकते. इनकी भावना ही नहीं हैं.’ उन्होंने अपने भाषण में कहा कि पहले की सरकारों में राशन माफिया हुआ करते थे. वे गरीबों का भाषण खा जाते थे. उन्होंने दावा किया, ‘हमारी डबल इंजन की सरकार ने इन माफियाओं के चोरी-डकैती के कामों पर अलीगढ़ का ताला लगा दिया है.’