प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर मसले पर कांग्रेस को कोसा,कहा-दूसरे देश में बैठे लोग नहीं, हम और कश्मीरी तय करेंगे कश्मीर की तकदीर!
सिरसा में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश-दुनिया गुरु श्री नानकदेव का 550वें प्रकाश पर्व मनाने जा रहा है। लंबे समय से चल रहे करतारपुर साहिब कॉरिडोर का निर्माण पूरा हो गया है। उन्होंने विभाजन के समय करतारपुर के पाकिस्ताहन में जाने को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस ने एक-दो परिवारों के भरोसे कश्मी्र को छोड़ दिया।
देश के दो राज्यों महाराष्ट्र और हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव की सरगर्मी शनिवर को अपने शबाब पर रही। चुनाव प्रचार के आखिरी दिन तमाम दलों के नेताओं ने जोर आजमाईश की। सभी ने जनता से अपने-अपने पक्ष में वोट करने की अपील की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी प्रचार के अंतिम दिन हरियाणा के सिरसा में रैली की और जनता से बीजेपी उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान कर उन्हें भारी मतों से जीत दिलवाने का आह्वान किया।
सिरसा में आयोजित विजय संकल्प रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश-दुनिया गुरु श्री नानकदेव का 550वें प्रकाश पर्व मनाने जा रहा है। लंबे समय से चल रहे करतारपुर साहिब कॉरिडोर का निर्माण पूरा हो गया है। उन्होंने विभाजन के समय करतारपुर के पाकिस्ताहन में जाने को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस ने एक-दो परिवारों के भरोसे कश्मी्र को छोड़ दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दिल्ली की गद्दी के लिए कश्मीर का बर्बाद और तबाह नहीं किया जाएगा। अब वहां तारीख दुश्मन देशों में बैठे लोग तय नहीं कर सकते। अब कश्मीार की तकदीर भारत और कश्मीर के लोग तय करेंगे। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 हटाने में कई साल लग गए। कश्मीर अब हमसे दूर नहीं। लद्दाख के साथ भी भेदभाव किया गया। कांग्रेस को कश्मीर से ज्यादा प्रधानमंत्री का पद प्यारा था। घाटी में निर्दोष लोग मरते रहे,लेकिन कांग्रेस ने उनकी चिन्ता नहीं की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कश्मीर में आम लोगों के साथ अन्याय हुआ। कांग्रेस का जो रवैया हमारे पवित्र स्थानों के साथ रहा वैसा ही रवैया जम्मू-कश्मीर के साथ भी रहा। सार्थक समाधान के लिए ईमानदार कोशिश ही नहीं की और 70 साल तक समस्याओं को उलझते रहे। कश्मीर में निर्दोष लोग मरते रहे और हरियाणा सहित दूसरे राज्यों के जवान वहां शहीद होते रहे। उन्होंशने कहा कि 70 साल हो गए बाबा साहब अंबेडकर का संविधान वहां लागू नहीं हो पाया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के वीर जवान शहीद होते रहे, राष्ट्री य ध्व ज को जूतों के नीचे रौंदा जाता था और आग लगा दी जाती थी। सब कुछ जल रहा था। क्या दिल्ली की गद्दी के लिए कश्मीर को तबाह होने देना देना चाहिए था। कश्मीर ज्यादा प्यारा होना चाहिए या प्रधानमंत्री का पद। पद तो आते हैं जाते हैं, कश्मीर रहना चाहिए।
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