नागर विमानन मंत्रालय ने तय किया फ्लाइट्स का किराया, तीन महीने तक तय किराया ही ले पाएंगी एयरलाइंस, जानिए,कितने का होगा आपका टिकट? 

केंद्रीय नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने 25 मई से घरेलू उड़ानों का परिचालन शुरू करने की औपचारिक घोषणा कर दी है। उन्होंने एयर फेयर की अधिकतम एवं न्यूनतम सीमा भी तय कर दी है। नागर विमानन मंत्रालय द्वारा एयर फेयर पर लगाया गया यह कैप अगले तीन महीने तक लागू रहेगा। देश के सबसे व्यास्त  रूट दिल्ली से मुंबई के बीच का न्यूरनतम किराया 3500 रुपये और अधिकतम किराया 10 हजार रुपये तय किया गया है।

नागर विमानन मंत्रालय ने तय किया फ्लाइट्स का किराया, तीन महीने तक तय किराया ही ले पाएंगी एयरलाइंस, जानिए,कितने का होगा आपका टिकट? 
GFX of Civil Aviation Minister Hardeep Singh Puri and Indian airlines aircraft
नागर विमानन मंत्रालय ने तय किया फ्लाइट्स का किराया, तीन महीने तक तय किराया ही ले पाएंगी एयरलाइंस, जानिए,कितने का होगा आपका टिकट? 
नागर विमानन मंत्रालय ने तय किया फ्लाइट्स का किराया, तीन महीने तक तय किराया ही ले पाएंगी एयरलाइंस, जानिए,कितने का होगा आपका टिकट? 
नागर विमानन मंत्रालय ने तय किया फ्लाइट्स का किराया, तीन महीने तक तय किराया ही ले पाएंगी एयरलाइंस, जानिए,कितने का होगा आपका टिकट? 

केंद्रीय नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने 25 मई से घरेलू उड़ानों का परिचालन शुरू करने की औपचारिक घोषणा कर दी है। उन्होंहने एयर फेयर की अधिकतम एवं न्यूडनतम सीमा भी तय कर दी है। नागर विमानन मंत्रालय द्वारा एयर फेयर पर लगाया गया यह कैप अगले तीन महीने तक लागू रहेगा। मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने देश के सबसे व्यास्त  रूट का उदाहरण देते हुए बताया कि दिल्ली से मुंबई के बीच का न्यूरनतम किराया 3500 रुपये और अधिकतम किराया 10 हजार रुपये तय किया गया है।

दिल्ली-मुंबई की तरह ही 25 मई से शुरू हो रही सभी सेक्टर की उड़ानों के किराए की सीमा भी तय कर दी गई है। मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि उनके मंत्रालय की कोशिश है कि आपदा के इस दौर में ज्यालदा से ज्यादा लोगों को किफायती दरों पर एयर टिकट उपलब्ध हों। इसी उद्देश्य से सभी गंतव्यों  का अधिकतम और न्यूनतम किराया तय किया गया है।

उन्होंने बताया कि पहले की तरह ही एयरलाइंस एयर फेयर को विभिन्न बकेट्स में बांट कर उसकी बिक्री शुरू करेंगी। एयरलाइंस को निर्देश दिया गया है वह अपने बकेट्स का निर्धारण मंत्रालय द्वारा तय किए गए अधिकतम और न्यूएतनतम किराये के आधार पर ही करें। इसके अलावा एयरलाइंस से यह भी कहा गया है कि वह 40 फीसदी टिकटों की बिक्री मंत्रालय द्वारा तय किए गए औसत किराए से कम में ही करेंगी।

नागर विमानन मंत्री ने बताया कि किराये के लिहाज से उड़ानों को सात ब्लॉाक्स  में बांटा गया है। इन्हीं ब्लॉेक्स  के आधार पर अधिकतम और न्यूंनतम किराए का निर्धारण भी किया गया है। पहले सेक्टंर में 40 मिनट तक की उड़ानों को शामिल किया गया है। 40 मिनट से 60 मिनट की उड़ान को दूसरे ब्लॉनक, 60 से 90 मिनट की उड़ान को तीसरे ब्लॉ्क में रखा गयाहै।

इसके अलावा 90 से 120 मिनट की उड़ान को चौथे ब्लॉेक, दो से ढाई घंटे की उड़ानों को पांचवें ब्लॉक, 150 मिनट से 3 घंटे तक की उड़ानों को छठे ब्लॉक और 180 मिनट से 220 मिनट तक की उड़ानों को सातवें ब्लॉक में रखा गया है। इस समय कोई भी मुसाफिर देश के एक छोर से दूसरे छोर के बीच सफर कर सकता है।

केंद्रीय नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि 25 मई से घरेलू उड़ानों का परिचालन शुरू कर दिया जाएगा। फिलहाल, ग्रीष्मबकालीन शेड्यूल के तहत एक तिहाई फ्लाइट्स का ऑपरेशन किया जाएगा। आगामी दिनों में होने वाले अनुभवों के आधार पर फ्लाइट्स का ऑपरेशन बढ़ाया जाएगा। उन्होंने बताया कि 25 मई से मेट्रो सिटी से मेट्रो सिटी के बीच समर शेड्यूल में एप्रूव हो चुकी फ्लाइट्स की एक तिहाई फ्लाइट का ही परिचालन किया जाएगा।

मेट्रो सिटी से नॉन मेट्रो के बीच, जहां सप्तािह में 100 से अधिक उड़ानों का परिचालन होता था, वहां भी एयरलाइंस को एक तिहाई कैपेसिटी के साथ फ्लाइट ऑपरेशन की इजाजत होगी। नॉन मेट्रो से मेट्रो सिटी के बीच सप्ताेह में 100 कम उड़ान वाले सेक्टजरों में एयरलाइंस अपनी सुविधा अनुसार एक तिहाई कैपेसिटी के साथ फ्लाइट ऑपरेशन कर सकती हैं।

नागर विमानन मंत्रालय के सचिव प्रदीप सिंह खरोला ने बताया कि मंत्रालय द्वारा निर्धारित किए गए किराया में एयर टिकट पर लिए जाने वाले तीन टैक्स  शामिल नहीं हैं। इस किराए के अलग मुसाफिरों को यूजर डेवलपमेंट फीस (यूडीएफ), पैसेंजर सर्विस फीस (पीएसएफ) और जीएसटी टैक्स  का भुगतान करना होगा। उन्होंीने बताया कि आगामी तीन महीनों के निर्धारित किए गए फेयर सिस्टगम की जानकारी सभी एयरलाइंस को दे दी गई है।