बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने नरेंद्र मोदी सरकार की 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था पर क्यों उठाए सवाल?

सुब्रमण्यम स्वामी ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि देश में यदि नई आर्थिक नीति जल्द लागू नहीं की गई, तो भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच सकता है। उनकी ये टिप्पणी तब आई है जब 2019-20 की पहली तिमाही के लिए विकास दर 5 फीसदी पर पहुंच गई है, जो कि पिछले 6 सालों में सबसे कम है।

बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने नरेंद्र मोदी सरकार की 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था पर क्यों उठाए सवाल?
Pic of BJP Rajya Sabha MP Subramanyam Swami
बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने नरेंद्र मोदी सरकार की 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था पर क्यों उठाए सवाल?

देश आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है। विकास दर में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। आम जरूरत की चीजों के दाम बढ़ रहे हैं। निर्माण, वित्त और रियल एस्टेट क्षेत्र खास्ताहाल हैं और यही कारण है कि नरेंद्र मोदी सरकार पर सिर्फ विपक्ष ही हमलावर नहीं है,बल्कि अपने भी आइना दिखाना शुरू कर दिए हैं। हम बात कर रहे हैं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी की, जिन्होंने लगातार गिरती अर्थव्यवस्था को लेकर केंद्र सरकार पर सवाल खड़े किए हैं।

सुब्रमण्यम स्वामी ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि देश में यदि नई आर्थिक नीति जल्द लागू नहीं की गई, तो भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच सकता है। उनकी ये टिप्पणी तब आई है जब 2019-20 की पहली तिमाही के लिए विकास दर 5 फीसदी पर पहुंच गई है, जो कि पिछले 6 सालों में सबसे कम है।

सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्विटर के माध्यम से कहा है’ यदि कोई नई आर्थिक नीति आने वाली नहीं है, तो 5 ट्रिलियन को अलविदा कहने के लिए तैयार हो जाओ। न तो अकेला साहस या केवल ज्ञान अर्थव्यवस्था को क्रैश होने से बचा सकता है। इसे दोनों की जरूरत है। आज हमारे पास कुछ नहीं है।‘

‘उन्होंने कहा कि विकास दर में पिछली पांच तिमाही से लगातार गिरावट आ रही है। कंस्ट्रक्शन सेक्टर में ग्रोथ जहां 7.1 फीसदी से घटकर 5.7 फीसदी रही है, वहीं फाइनेंशियल और रियल एस्टेट सेक्टर में 5.9 फीसदी की ग्रोथ रही। कुछ सेक्टर जो बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं, उनमें ऑटोमोबाइल, विनिर्माण और रियल एस्टेट सेक्टर शामिल हैं।

गिरती अर्थव्यवस्था को लेकर कांग्रेस ने भी केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि भारतीय जनता पार्टी सरकार के कुप्रबंधन ने मात्र एक वित्तीय वर्ष में अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी है। बैंक धोखाधड़ी के मामलों ने खजाने को खाली कर दिया और सरकार की नासमझी देखिए कि इन सबसे निपटने के बजाय आरबीआई को कंगाल करने पर तुल गई है। कांग्रेस ने कहा कि लगातार कई तिमाहियों से मंदी की स्थिति बनी हुई है। लेकिन सरकार इससे निपटने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। लगता है कि शायद बीजेपी सरकार को समझ नहीं आ रहा कि क्या किया जाए?

कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी गिरती अर्थव्यवस्था पर चारों तरफ से घिरती जा रही केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा ‘जीडीपी विकास दर से साफ है कि अच्छे दिन का भोंपू बजाने वाली बीजेपी सरकार ने अर्थव्यवस्था की हालत पंचर कर दी है। न जीडीपी ग्रोथ है, न रुपये की मजबूती। रोजगार गायब हैं। अब तो साफ करो कि अर्थव्यवस्था को नष्ट कर देने की ये किसकी करतूत है?’