यूपी में पहले फेज की वोटिंग: योगी सरकार के इन 9 मंत्रियों की किस्मत का हो रहा है फैसला

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 11 जिलों की 58 सीटों पर आज सुबह सात बजे से मतदान जारी है। शाम 6 बजे तक मतदाता अपने अधिकार का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस चरण में मतदाता 623 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। पहले चरण में योगी सरकार के 9 मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। हाई प्रोफाइल सीटों पर कहीं नेताओं की साख पर बनी है तो कहीं उन्हें कांटी के टक्कर मिलने के आसार हैं।

यूपी में पहले फेज की वोटिंग: योगी सरकार के इन 9 मंत्रियों की किस्मत का हो रहा है फैसला

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 11 जिलों की 58 सीटों पर आज सुबह सात बजे से मतदान जारी है। शाम 6 बजे तक मतदाता अपने अधिकार का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस चरण में मतदाता 623 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। पहले चरण में योगी सरकार के 9 मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। हाई प्रोफाइल सीटों पर कहीं नेताओं की साख पर बनी है तो कहीं उन्हें कांटी के टक्कर मिलने के आसार हैं।

पहले चरण के दंगल में सपा के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री शाहिंद मंजूर, कांग्रेस नेता पंखुड़ी पाठक, केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ के बेटे पंकज सिंह, अतुल गर्ग, श्रीकांत शर्मा जैसे कई बड़े चेहरे हैं। वहीं बसपा के श्याम सुंदर शर्मा और मदन चौहान की अग्निपरीक्षा होनी है। इसके अलावा आज मतादाता आरएलडी के मदन भैया और किरनपाल सिंह की भी किस्मत का फैसला करेंगे।

पहले चरण में इन मंत्रियों की किस्मत का होगा फैसला

श्रीकांत शर्मा (मथुरा), अतुल गर्ग (गाजियाबाद), सुरेश राणा (थाना भवन), संदीप सिंह (अतरौली), चौधरी लक्ष्मीनारायण (छाता), अनिल शर्मा (शिकारपुर), कपिल देव अग्रवाल (मुजफ्फरनगर), जीएस धर्मेश (आगरा) और दिनेश खटीक (हस्तिनापुर)

कैराना सीट

यूपी चुनाव के पहले चरण में कैराना सबसे चर्चित सीट है। यहां पलायन का मुद्दा काफी हावी रहा है। बीजेपी ने यहां से मगांका सिंह को मैदान में उतारा है तो वहीं सपा ने एक बार फिर मौजूदा विधायक नाहिद हसन को टिकट दिया है। वहीं बसपा ने राजेंद्र सिंह उपाध्याय और कांग्रेस ने हाजी अखलाक को अपना उम्मीदवार बनाया है।

छपरौली विधानसभा सीट

छपरौली विधानसभा को रालोद का गढ़ कहा जाता है। 2017 के विधानसभा चुनाव में रालोद के सुरेंद्र सिंह रामला ने बीजेपी के सतेंद्र सिंह को हराया था। सुरेंद्र सिंह रामला इस बार बीजेपी के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे हैं। वहीं रालोद ने प्रोफेसर अजय कुमार को अपना उम्मीदवार बनाया है। इसके अलावा बसपा ने मोहम्मद शाहिन चौधरी को तो कांग्रेस से युनूस चौधरी को टिकट दिया है।

सरधना विधानसभा सीट

मेरठ की सरधना विधानसभा सीट से एक बार फिर बीजेपी ने संगीत सोम को अपना प्रत्याशी बनाया है। सोम के खिलाफ सपा ने अतुल प्रधान, बसपा ने संजीव कुमार धामा और कांग्रेस ने सैयद रैनुद्दीन को उतारा है। संगीत सोम पिछले दो चुनाव से लगातार जीत रहे हैं।

किठौर विधानसभा सीट

मेरठ जिले की किठौर विधानसभा सीट से सपा के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री शाहिद मंजूर एक बार फिर चुनावी दंगल में उतरे हैं। उनके खिलाफ बीजेपी ने अपने मौजूदा विधायक सत्यवीर त्यागी को और बसपा ने कुशलपाल मावी उर्फ केपी मावी को उतारा है। बता दें कि बीजेपी के त्यागी ने 2017 में शाहिद मंजूर को हराया था।

जेवर विधानसभा सीट

गौतमबुद्ध नगर की जेवर विधानसभा सीट से बीजेपी के धीरेंद्र सिंह ने बसपा के वेदराम भाटी को हराया था। बीजेपी ने एक बार फिर धीरेंद्र सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है। उनके खिलाफ रालोद ने पूर्व सांसद अवतार सिंह भड़ाना को, बसपा ने नरेंद्र भाटी को और कांग्रेस ने मनोज कुमार को मैदान में उतारा है।

मथुरा विधानसभा सीट

मथुरा विधानसभा सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है। बीजेपी ने एक बार फिर श्रीकांत शर्मा को टिकट दिया है। वहीं कांग्रेस ने भी दोबारा प्रदीप माथुर पर भरोसा जताया है। सपा से देवेंद्र अग्रवाल और बसपा से सतीश शर्मा चुनावी मैदान में हैं।

लोनी विधानसभा सीट

गाजियाबाद की लोनी विधानसभा सीट पर दो गुर्जर नेताओं के बीच बसपा ने मुस्लिम उम्मीदवार को उतारकर मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है। 2017 में यहां से बीजेपी के नंदकिशोर गुर्जर ने जीत दर्ज की थी। पार्टी ने एक बार फिर उनपर विश्वास जताया है। उनके खिलाफ रालोद ने पूर्व  विधायक मदन भैया को, बसपा ने हाजी आकिल चौधरी और कांग्रेस ने यामीन मलिक को उम्मीदवार बनाया है।

मांट विधानसभा सीट

मथुरा की मांट विधानसभा सीट से एक बार फिर श्याम सुंदर शर्मा मैदान में हैं। 2017 में उन्होंने जीत दर्ज की थी और लंबे समय से उनका यहां कब्जा रहा है। उनके खिलाफ सपा ने संजय लाठर को, बीजेपी ने राजेश चौधरी और कांग्रेस ने सुमन चौधरी को टिकट दिया है।

थाना भवन विधानसभा सीट

शामली जिले की थाना भवन विधानसभा सीट पर योगी सरकार के गन्ना मंत्री सुरेश राणा की प्रतिष्ठा दांव पर है। उनके खिलाफ रालोद के असरफ अली, बसपा के जहीर मलिक और कांग्रेस के सत्य श्याम सैनी मैदान में हैं। बीजेपी प्रत्याशी जहां पिछले दो बार से यहां जीत दर्ज कर रहे हैं वहीं इसबार उन्हें कड़ी टक्कर मिल रही है।

मुजफ्फरनगर विधानसभा सीट

मुजफ्फरनगर विधानसभा सीट पर योगी सरकार के मंत्री कपिल देव अग्रवाल की साख दांव पर है। पार्टी ने एकबार फिर उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया है। उनके खिलाफ रालेद ने अजय अग्रवाल, बसपा ने पुष्पाकर पाल और कांग्रेस ने सुबोध शर्मा को चुनावी दंगल में उतारा है।

नोएडा विधानसभा सीट

नोएडा विधानसभा सीट से बीजेपी ने एक बार फिर केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के बेटे पंकज को अपना प्रत्याशी बनाया है। उनके खिलाफ सपा के सुनील चौधरी, कांग्रेस की पंखुड़ी पाठक और बसपा ने कृपाराम शर्मा को उतारा है। 2017 में पंकज सिंह एक लाख से ज्यादा वोटों से जीतकर पहली बार विधानसभा पहुंचे थे।

आगरा ग्रामीण विधानसभा सीट

आगरा ग्रामीण विधानसभा सीट से उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य अपनी किस्मत आजमा रही हैं। उनके खिलाफ रालोद से महेश कुमार जाटव, बसपा से किरण प्रभा केसरी और कांग्रेस से उपेंद्र सिंह चुनाव मैदान में हैं। 2017 में बीजेपी ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी।